खैरागढ़। छत्तीसगढ़ की खैरागढ़ पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी और सफल कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक बड़े अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह मुंबई के डोम्बिविल्ली और कल्याण जैसे पॉश इलाकों से पूरे देशभर में ऑनलाइन ठगी और अवैध बेटिंग ऐप (सट्टेबाजी) का संचालन कर रहा था। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।💸 50 करोड़ से अधिक का लेन-देन उजागरपुलिस ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण और वित्तीय दस्तावेज जब्त किए हैं:इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: 5 लैपटॉप, 14 एंड्रॉयड मोबाइल।वित्तीय साक्ष्य: 51 बैंक पासबुक, 51 एटीएम कार्ड, 15 चेकबुक और 25 सिम कार्ड।डिजिटल साक्ष्यों की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि गिरोह ने 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड और बैंक खातों का उपयोग कर अब तक 50 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन किया है।🔍 एक शिकायत से खुला बड़ा नेटवर्कखैरागढ़ पुलिस की इस सफल कार्रवाई की शुरुआत खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय की छात्रा वसुधा सिन्हा की शिकायत से हुई। 22 अगस्त 2025 को, छात्रा ने इंस्टाग्राम पर एक फर्जी चिकनकारी साड़ी शॉपिंग साइट से साड़ी ऑर्डर की और पेमेंट के नाम पर उससे 64,100 रुपए की ठगी की गई।मामला दर्ज होने के बाद, साइबर सेल खैरागढ़ की टीम ने ठगी के नेटवर्क का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया और बैंक खातों की गहन तकनीकी जांच शुरू की।🏙️ मुंबई में 7 दिन का गुप्त ऑपरेशनतकनीकी जांच में सामने आया कि ठगी में इस्तेमाल मोबाइल नंबर, आईपी एड्रेस और बैंक खाते महाराष्ट्र के डोम्बिविल्ली क्षेत्र से संचालित हो रहे थे। यहीं से पुलिस को एक संगठित साइबर गिरोह के सक्रिय होने के प्रमाण मिले, जो न केवल ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड कर रहा था, बल्कि ‘100 बुक’ नामक ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग ऐप के जरिए भी लाखों लोगों को निशाना बना रहा था।खैरागढ़ पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लगातार 7 दिन तक मुंबई में कैंप किया। पुलिस ने गुप्त रैकी की और एक फिल्मी अंदाज़ में डिलीवरी बॉय बनकर आरोपियों के ठिकानों तक पहुंचने की योजना बनाई।सफल छापामारी: पुलिस ने इसके बाद Z Wing के 16वें और Premiya फ्लैट के 7वें फ्लोर पर एक साथ छापा मारकर सभी आठों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।👤 गिरफ्तार आरोपियों की पहचानगिरफ्तार आरोपी महाराष्ट्र और बिहार के रहने वाले हैं:गौतम पंजाबी, पवन सुरूसे, विनायक मोरे, अमित मोरे, रामचंद्र चौके, अमोल दिवनाने, अभिषेक डंबडे और मनोज मुखिया।सभी आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर खैरागढ़ लाया गया है और न्यायिक रिमांड पर अदालत में पेश किया जाएगा।खैरागढ़ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में संगठित अपराध और जुआ अधिनियम (Gambling Act) के तहत विवेचना जारी है। यह कार्रवाई साबित करती है कि खैरागढ़ पुलिस तकनीकी जांच के बल पर अब राज्य से बाहर तक ऑपरेशन करने और साइबर अपराध पर सख्त रुख अपनाने में सक्षम है।

