धमधा। धमधा महाविद्यालय और पेंड्रावन महाविद्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की धमधा इकाई ने आज शासकीय महाविद्यालय धमधा में एक दिवसीय उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्र जनभागीदारी शुल्क में अत्यधिक बढ़ोतरी और छात्रों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से नाराज थे।
प्रदर्शन के मुख्य कारण
ABVP कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि धमधा महाविद्यालय में जनभागीदारी शुल्क अन्य महाविद्यालयों की तुलना में बहुत ज़्यादा है, जिससे छात्रों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
सबसे गंभीर आरोप यह है कि विद्यार्थी प्राचार्य के रवैये से मानसिक रूप से प्रताड़ित हैं। कार्यकर्ताओं ने बताया कि महाविद्यालय के कुछ विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया जा रहा है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। छात्रों को भविष्य खराब करने, परीक्षा में फेल कर देने और टीसी (TC) देने की धमकी भी दी जा रही है। ABVP ने इस तरह की धमकी को ‘शिक्षा के मंदिर’ के लिए अत्यंत चिंताजनक बताया।
ABVP की मांग और अल्टीमेटम
ABVP के नगर मंत्री वामन ताम्रकार (बाइट-1) और दुर्ग जिला संयोजक प्रवीण यादव (बाइट-2) ने अपनी बाइट में कहा कि महाविद्यालय प्रशासन को इन गंभीर शिकायतों की तत्काल जांच करनी चाहिए और दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध उचित कार्यवाही की जानी चाहिए।
परिषद ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में किसी भी विद्यार्थी के साथ ऐसा दुर्व्यवहार नहीं होना सुनिश्चित नहीं किया गया, तो ABVP अनिश्चितकालीन आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी
प्राचार्य का आश्वासन
प्रदर्शन और छात्रों के आक्रोश को देखते हुए, शासकीय महाविद्यालय धमधा की प्राचार्य उषा किरण अग्रवाल (बाइट-3) ने प्रदर्शनकारी छात्रों को उनकी जायज मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। प्राचार्य के इस आश्वासन के बाद, ABVP कार्यकर्ताओं ने अपना एक दिवसीय उग्र प्रदर्शन समाप्त कर दिया और छात्र शांत हुए। प्रशासन ने मामले की जांच और निराकरण का भरोसा दिया है

