बेरला: दीपावली के ठीक बाद बेमौसम बादलों ने आसमान को घेर लिया है, जिससे अंचल के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं।
वर्तमान में धान की फसल या तो पककर तैयार है या उसमें फूल लगे हैं। ऐसे में अगर बारिश होती है, तो किसानों की पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है, और फसल को भारी नुकसान होगा। साथ ही, बेमौसम नमी से फसलों में कीड़े और माहू जैसे रोग लगने का खतरा भी बढ़ गया है।
मौसम में आए इस बदलाव का बुरा असर आम जनजीवन पर भी पड़ रहा है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में सर्दी-खांसी और मौसमी बीमारियों का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

