बेरला:- विकासखण्ड बेरला के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला मनियारी में सामाजिक अंकेक्षण पर प्रश्नावली प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर सहायक संकेतक, लर्निंग, आउटकम के संबंध में मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सामाजिक अंकेक्षण प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के प्रश्नावली शाला समिति के सदस्य एवं गणमान्य महिला व पुरुष की उपस्थिति में प्राथमिक स्तर 70 बच्चे एवं माध्यमिक के 54 बच्चे का आकलन किया। वही प्राथमिक स्तर का अंकेक्षण टीम पारस राजपूत प्रधान पाठिका शाला परपोड़ा, माध्यमिक का अंकेक्षण टीम गिरवर लाल साहू प्रधान पाठक मोहभट्ठा, शिक्षकगण देवेंद्र सिंह राजपूत, भारत राम साहू, दुर्गा दास चेलक, नंदकुमार पटेल सहित अभिवावकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।
गौरतलब है कि ब्लॉक बेरला के मनियारी स्कूल में सामाजिक अंकेक्षण के आयोजन पर विभिन्न गतिविधि पर जांच व जानकारी लेते हुए उनके मूल्यांकन किया गया। बता दें कि मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान अंतर्गत बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता के आकलन हेतु शासकीय प्राथमिक शाला मनियारी में सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन किया गया। सामाजिक अंकेक्षण में शाला मनियारी के शिक्षकगण व अन्य शाला के प्रधान पाठिका व प्रधान पाठक सहित ग्राम पंचायत मनियारी सरपंच सोहन साहू, संकुल समन्वयक दुर्गा दास चेलक की उपस्थिति में हुआ। संकुल समन्वयक द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान सामाजिक अंकेक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रबंधन समिति के सभी सदस्यों एवं पालकों को दी गई। उन्होंने कहा कि पालक, बालक और शिक्षक के सामुहिक प्रयास से ही बच्चों की शैक्षणिक, बौद्धिक एवं नैतिक मूल्यों का विकास सम्भव होगा। सरपंच सोहन साहू ने विद्यालय के भौतिक परिवेश एवं शिक्षकों के कार्यों की सराहना करते हुए बच्चों की बौध्दिक क्षमता का आकलन किया। बच्चों का मूल्यांकन करते हुए भाषा, गणित, अंग्रेजी तथा सामान्य बोध के प्रश्नों के द्वारा बच्चों के अधिगम स्तर का आकलन किया। बच्चों ने भी उत्साहित होकर प्रश्नों के उत्तर दिये। पालकों ने भी बच्चों से स्थानीय परिवेश, तार्किक एवं सामान्य अध्ययन के प्रश्नों के द्वारा बच्चों का आकलन किए। जिसमें सभी बच्चों के द्वारा उपयुक्त उत्तर दिया गया। इस अवसर पर शिक्षक देवेंद्र सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के बारे में बताया कि यह हमारे मुख्यमंत्री की एक महत्वाकांक्षी अभियान है जिसका उद्देश्य विद्यालय के भौतिक परिवेश को आकर्षक बनाते हुए प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है । पालकों की सहभागिता एवं उच्च अधिकारियों के सहयोग से शिक्षकों के द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विशेष पहल करना है

