दुर्ग: सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के फरार मास्टरमाइंड अरुण मेश्राम को दुर्ग पुलिस ने कांकेर से गिरफ्तार कर लिया है।
कांकेर में किराए के मकान में छिपकर रह रहे आरोपी अरुण मेश्राम को 14/10/2025 को पकड़ा गया। प्रार्थी संतराम देशमुख की शिकायत पर अपराध क्रमांक 363/2025 धारा 420, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया था।
जाँच में खुलासा हुआ कि अरुण मेश्राम ने अपने पहले से गिरफ्तार हो चुके साथी भेषराम देशमुख और रविकांत देशमुख (पिता-पुत्र) के साथ मिलकर खुद को ‘मंत्रालय का साहब’ बताकर करीब 20-25 लोगों से 40-45 लाख रुपये की ठगी की थी।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि ठगी के पैसों से उसने कांकेर में 15 लाख रुपये का प्लॉट खरीदने का सौदा किया था। पुलिस ने प्लॉट एग्रीमेंट की फोटोकॉपी और 4,000 रुपये नकद जब्त किए हैं।
अरुण मेश्राम को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पूर्व में गिरफ्तार पिता-पुत्र आरोपी भी जेल में हैं। इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी अंजोरा उनि खेलन सिंह साहू व टीम की अहम भूमिका रही।

