रायपुर (छत्तीसगढ़): प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा देने और मेडिकल शिक्षा को आधुनिक मानकों पर सुदृढ़ करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। राज्य के 10 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों के लिए 125 सहायक प्राध्यापक (Assistant Professor) पदों पर सीधी भर्ती की बड़ी घोषणा की गई है। इस भर्ती प्रक्रिया को छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) द्वारा पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल ने इस भर्ती को प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया है।
35 विभागों में विशेषज्ञों की कमी होगी दूर
यह भर्ती राज्य के सभी 10 शासकीय मेडिकल कॉलेजों के 35 महत्वपूर्ण विभागों में रिक्त पदों को भरेगी। इन पदों के भरने से लंबे समय से चली आ रही विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी दूर होगी और छात्रों को उच्च स्तरीय शैक्षणिक माहौल मिलेगा।
जिन प्रमुख विभागों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी, उनमें शामिल हैं:
- सर्जरी
- मेडिसिन
- बालरोग (Pediatrics)
- पैथोलॉजी
- रेडियोलॉजी
- एनेस्थीसिया
- गायनेकोलॉजी (स्त्री रोग)
- कम्युनिटी मेडिसिन
- फॉरेंसिक मेडिसिन
- माइक्रोबायोलॉजी
- फिजियोलॉजी
- एनाटॉमी
आवेदन की प्रक्रिया और समय सारणी
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) द्वारा इस सीधी भर्ती के लिए विस्तृत विज्ञापन जारी कर दिया गया है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार दिनांक 25.11.2025 से 24.12.2025 तक CGPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
आरक्षण के अनुसार पदों का विवरण
सरकार ने सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व देने के लिए पदों का वर्गीकरण भी किया है। कुल 125 पदों में से:
- अनारक्षित (Unreserved): 45 पद
- अनुसूचित जाति (SC): 21 पद
- अनुसूचित जनजाति (ST): 43 पद
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 16 पद
यह भर्ती प्रक्रिया प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में लम्बे समय से रिक्त पड़े पदों को भरेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में अभूतपूर्व सुधार देखने को मिलेगा।
’यह प्रदेश के लाखों नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा का आधार है’ – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस भर्ती को प्रदेश के भविष्य के डॉक्टरों को उच्च स्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रख रही है। यह भर्ती सिर्फ शिक्षकों की नियुक्ति नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के लाखों नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा का आधार मजबूत करेगी।”
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा, “इतने बड़े पैमाने पर सहायक प्राध्यापकों की भर्ती से मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी पूरी होगी। इसका सीधा लाभ छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण के रूप में मिलेगा और अंततः हमारे अस्पतालों में इलाज की गुणवत्ता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।”
सरकार का यह निर्णय स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है कि प्रदेश सरकार मेडिकल सेक्टर को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका सीधा लाभ आने वाले समय में आम जनता को मिलेगा।

