देवकर, छत्तीसगढ़। देवकर तहसील और साजा ब्लॉक के ग्राम सहसपुर स्थित गौठान से पशु क्रूरता और प्रशासनिक लापरवाही का एक हृदयविदारक मामला सामने आया है। गौठान में रखे गए मवेशी चारा और पानी के गंभीर अभाव के कारण मौत के मुँह में जा रहे हैं।
कई मवेशियों की मौत, कुत्ते नोच रहे शव
मिली जानकारी के अनुसार, अब तक कई मवेशियों की मौत हो चुकी है, और कई अन्य जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं। सबसे दर्दनाक दृश्य यह है कि मवेशियों के झुंड में ही मृत मवेशियों के शव पड़े हैं, जिन्हें कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे हैं। यह दृश्य अत्यंत पीड़ादायक और विचलित कर देने वाला है, जो गौठान प्रबंधन की घोर विफलता को दर्शाता है।
सरपंच ने जताई बेबसी
जब इस संबंध में ग्राम सरपंच से बात की गई, तो उन्होंने बेबसी ज़ाहिर करते हुए कहा, “मैं कुछ नहीं कर सकता, मैं अकेला हो गया हूँ।” सरपंच का यह बयान स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग की उदासीनता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
गौ सेवकों में भारी आक्रोश, गौठान पहुँचने की तैयारी
इस घटना को लेकर देवकर के गौ सेवकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। गौ सेवकों ने इस बर्बरता के खिलाफ आवाज़ उठाई है और जानकारी मिली है कि भारी संख्या में गौ सेवक कुछ ही देर में स्थिति का जायजा लेने और विरोध दर्ज कराने के लिए गौठान पहुँचने वाले हैं।
गौ सेवकों ने प्रशासन से मांग की है कि गौठान की अव्यवस्था पर तुरंत ध्यान दिया जाए और मृत मवेशियों के प्रति क्रूरता के जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि बचे हुए पशुओं का जीवन बचाया जा सके।
प्रशासन पर सवाल
सवाल यह है कि शासन की महत्वाकांक्षी गौठान योजना के बावजूद, सहसपुर गौठान में ऐसी अमानवीय स्थिति क्यों उत्पन्न हुई? क्या स्थानीय निकाय और पशुधन विभाग अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं? गौ सेवकों के पहुंचने के बाद गौठान में तनाव बढ़ने की आशंका है।
