धमधा (दुर्ग)। दुर्ग जिले के धमधा थाना क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक के एक कर्मचारी और उसके सहयोगी द्वारा ‘प्रधानमंत्री पशु लोन’ दिलाने का झांसा देकर 26 ग्रामीणों से लगभग 46 लाख रुपये (₹45,92,250/-) की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी विकास सोनी (एचडीएफसी बैंक, धमधा का कर्मचारी) और सहयोगी मधु पटेल (निवासी ग्राम परसकोल, धमधा) को गिरफ्तार कर लिया है।
धोखाधड़ी का तरीका:
- लोन का प्रलोभन: आरोपियों ने ग्रामीणों को दुग्ध उत्पादन हेतु 10-10 लाख रुपये तक का लोन दिलाने और 40% की सब्सिडी का झांसा दिया।
- बैंक खाते खुलवाए: आरोपी विकास सोनी और मधु पटेल ने मिलकर 26 खाताधारकों के एचडीएफसी बैंक में एक से अधिक खाते खुलवाए।
- सिक्योरिटी के नाम पर चेक: उन्होंने लोन की प्रक्रिया के लिए सुरक्षा (सिक्योरिटी) के तौर पर प्रत्येक खाताधारक से हस्ताक्षरयुक्त 3-3 चेक प्राप्त किए।
- कमीशन की वसूली: ग्रामीणों को लोन की राशि मिलने के बाद आरोपियों ने उनसे 10 प्रतिशत कमीशन भी लिया।
- लाखों की निकासी और ट्रांसफर: धोखाधड़ी का मुख्य तरीका यही था कि उन्होंने प्राप्त किए गए हस्ताक्षरयुक्त चेकों और ऑनलाइन माध्यमों (फोन पे/ऑनलाइन) का उपयोग करके खाताधारकों के खातों से ₹45,92,250/- की बड़ी रकम निकाल ली। यह रकम उन्होंने अपने और अपने करीबी रिश्तेदारों/परिचितों के खातों में ट्रांसफर कर ली।
मामला दर्ज और गिरफ्तारी:
ग्राम घोटा निवासी प्रार्थिया चन्द्रिका पटेल की रिपोर्ट पर धमधा थाने में आरोपी विकास सोनी और मधु पटेल के विरुद्ध अपराध क्रमांक 182/2025 के तहत धारा 420 (धोखाधड़ी), 34 (सामान्य आशय), और 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
पीड़ितों के नाम और लूटी गई राशि:
आरोपियों ने चन्द्रिका पटेल, कल्याणी साहू, खिलेन्द्र कुमार, लक्ष्मी बाई पटेल, राम यादव, लक्ष्मी वर्मा, रघुराम वर्मा, गोकुल यदु, ओमिन साहू, उषा बाई, शांतनु यादव, परीक्षित कुमार, बलराम साहू, संगीता बंजारे, योगेश यादव, सागर कुमार बंजारे, विक्की यादव, धनंजय धनकर, महेश यादव, नागेश्वर वर्मा, उमाशंकर भारती, ओंकार वर्मा, खेलुराम पटेल, अंजना धीवर, और वेदव्यास पटेल सहित 26 ग्रामीणों से यह धोखाधड़ी की है। सभी खाताधारकों के खातों से अलग-अलग किस्तों में कुल ₹45,92,250/- ट्रांसफर किए गए।
पुलिस ने बताया कि मामले की विवेचना जारी है और प्रकाश में आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

