रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीजों की तबीयत बिगड़ने का गंभीर मामला सामने आया है। ऑपरेशन के बाद आंखों में इंफेक्शन फैलने के कारण 9 मरीजों को इलाज के लिए रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
⚠️ 8 मरीजों की आँखों में पस और सूजन
मेकाहारा अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि:गंभीर स्थिति: बीजापुर जिला अस्पताल से लाए गए 9 मरीजों में से 8 मरीजों की आँखों में भारी इंफेक्शन पाया गया है।लक्षण: कुछ मरीजों की आँखों में सूजन है, तो कुछ के आँख में पस (Pus) आ गया है।इलाज: डॉक्टरों की टीम इन मरीजों का फिर से ऑपरेशन करेगी। फिलहाल, एंटीबायोटिक सहित अन्य दवा देकर संक्रमण कम करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
🚨 दंतेवाड़ा का पुराना मामला हुआ ताजा
बीजापुर की यह घटना स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़ा करती है।पिछला मामला: यह पहला मौका नहीं है जब बस्तर संभाग में इस तरह की घटना हुई हो। लगभग एक साल पहले दंतेवाड़ा में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 13 लोगों की आंखों में इंफेक्शन फैल गया था, जिसके कारण मरीजों की रोशनी चली गई थी।कार्रवाई: उस वक्त भी मरीजों को आनन-फानन में रायपुर मेकाहारा में भर्ती कराया गया था, और सरकार ने जांच के आदेश देते हुए डॉक्टर समेत तीन लोगों को सस्पेंड कर दिया था।
बीजापुर की यह घटना दर्शाती है कि पिछली घटना से कोई सबक नहीं लिया गया है और सरकारी अस्पतालों में नेत्र सर्जरी की गुणवत्ता और संक्रमण नियंत्रण (Infection Control) के मानकों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

