जांजगीर/चांपा। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) / ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की टीम ने आज चांपा एसडीएम कार्यालय में छापा मारकर भू-अर्जन शाखा के एक अमीन पटवारी और एक कंप्यूटर ऑपरेटर को किसान से ₹1 लाख 80 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।💸 मुआवजा भुगतान के लिए मांगी थी मोटी रकममामला भू-अर्जन की मुआवजा राशि के भुगतान से जुड़ा है। एसीबी को मिली शिकायत के अनुसार, मुआवजा राशि निकलवाने में मदद करने के एवज में एसडीएम कार्यालय चांपा के भू-अर्जन शाखा के अमीन पटवारी बाबू बिहारी सिंह और कंप्यूटर ऑपरेटर राजकुमार देवांगन किसान से ₹1 लाख 80 हज़ार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे थे।शिकायत की पुष्टि होने पर, एसीबी बिलासपुर इकाई ने ट्रैप (जाल) की योजना बनाई। आज, जैसे ही प्रार्थी (शिकायतकर्ता) ने रिश्वत की रकम ₹1,80,000/- दोनों आरोपियों को दी, एसीबी टीम ने त्वरित कार्रवाई की।🤝 रंगे हाथ पकड़े गए दोनों आरोपीबिलासपुर एसीबी डीएसपी अजितेश सिंह के नेतृत्व में आसपास तैनात टीम ने तुरंत छापा मारा और अमीन पटवारी बाबू बिहारी सिंह और ऑपरेटर राजकुमार देवांगन को रिश्वत की रकम के साथ पकड़ लिया। अचानक हुई इस कार्यवाही से कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया।एसीबी ने आरोपियों से रिश्वत की रकम ₹1.80 लाख जब्त कर ली है। दोनों आरोपियों के विरुद्ध धारा 7, 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की जा रही है।ज्ञात हो कि एसीबी इकाई बिलासपुर की पिछले डेढ़ साल में यह लगातार 36वीं ट्रैप (रंगे हाथ पकड़ने) की कार्रवाई है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सक्रियता को दर्शाती है।
