ताज़ा खबर :

माओवाद के ताबूत में अंतिम कील! सुरक्षाबलों ने कुख्यात कमांडर हिड़मा को मार गिराया; पत्नी और टॉप माओवादी समेत 6 ढेर

जगदलपुर: देश के माओवाद-विरोधी अभियान को मंगलवार को एक अभूतपूर्व और निर्णायक सफलता मिली जब सुरक्षा बल के जवानों ने छत्तीसगढ़ के सुकमा और आंध्र प्रदेश की सीमा पर हुई एक भीषण मुठभेड़ में कुख्यात माओवादी कमांडर हिड़मा को मार गिराया। इस कार्रवाई को माओवाद के खिलाफ चल रहे अभियान के ‘अंतिम दौर’ की सबसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।

मुठभेड़ में बटालियन नंबर-1 के प्रभारी और माओवादी संगठन की केंद्रीय समिति के सदस्य हिड़मा के साथ उसकी पत्नी राजे (राजक्का) और ₹25 लाख का इनामी एसजेडसीएम टेक शंकर समेत कुल 6 शीर्ष माओवादियों के मारे जाने की खबर है।

​🎯 ‘ग्रे-हांउड’ टीम का सफल ऑपरेशन

​सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन को आंध्र प्रदेश की ग्रे-हांउड टीम ने अंजाम दिया है। इस एनकाउंटर को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता बताया जा रहा है, जिसने बस्तर क्षेत्र में माओवादी संगठन की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है।

​🛡️ बस्तर में खत्म हुआ हिड़मा का आतंक

​शीर्ष माओवादी नेताओं जैसे बसवा राजू और के. रामचंद्र रेड्डी के मारे जाने तथा भूपति, रूपेश, सुजाता जैसे वरिष्ठ कैडरों के आत्मसमर्पण के बाद, हिड़मा ही बस्तर क्षेत्र में माओवादी संगठन का मुख्य चेहरा और नेता था। वह बटालियन नंबर-1 का कमांडर और केंद्रीय समिति का सदस्य था, और लंबे समय से सुरक्षा बलों के रडार पर था।

हिड़मा पर कुल ₹50 लाख (रिपोर्ट के अनुसार ₹45 लाख भी) का इनाम घोषित था।

👤 माओवादी कमांडर हिड़मा: मुख्य तथ्य

  • असली नाम: संतोष
  • जन्म: 1981, पूवर्ति, सुकमा (छत्तीसगढ़)
  • पद: पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का प्रमुख – यह माओवादियों की सबसे घातक हमलावर इकाई है।
  • पहचान: वह CPI (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सबसे युवा सदस्य था और बस्तर क्षेत्र से सेंट्रल कमेटी में शामिल होने वाला एकमात्र आदिवासी था।

🔥 हिड़मा द्वारा अंजाम दिए गए मुख्य हमले

​हिड़मा का नाम पहली बार झीरम घाटी हमले के बाद चर्चा में आया था। वह देश की एकमात्र माओवादी बटालियन नंबर-1 का कमांडर था, जो सबसे संगठित और घातक हमलों के लिए कुख्यात रही है।

  • 2010 दंतेवाड़ा हमला: 76 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए।
  • 2013 झीरम घाटी नरसंहार: 27 लोग मारे गए, जिनमें शीर्ष कांग्रेसी नेता शामिल थे।
  • 2021 सुकमा-बीजापुर मुठभेड़: 22 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए।

🔄 संगठन में फेरबदल

​हिड़मा के मारे जाने के बाद माओवादी संगठन ने तत्काल प्रभाव से उसकी जगह उसके ही गांव पूवर्ति के बारसे देवा को बटालियन नंबर-1 का नया कमांडर नियुक्त किया है।

🙏 शांति की अपील के कुछ दिन बाद मौत

​गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने हिड़मा के पैतृक गांव पूवर्ति पहुंचकर उसकी मां से मुलाकात की थी। उपमुख्यमंत्री ने हिड़मा से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की थी। इस दौरान उन्होंने मार्च 2026 तक बस्तर से माओवादी हिंसा के पूर्ण उन्मूलन को सरकार की प्राथमिकता बताया था।

​हिड़मा की मौत को बस्तर में शांति स्थापित करने और माओवाद के अंत की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

WhatsApp
Facebook
Telegram
X

ख़बर एवं विज्ञापन के लिए संपर्क करें

(संपर्क करें - 8817455556)

और पढ़ें


आ रही है मार्गशीर्ष अमावस्या, जानें इस दिन के विशेष उपाय

देवकर न्यूज* मार्गशीर्ष (अगहन) मास की अमावस्या तिथि को लेकर इस वर्ष…

रायपुर में खौफनाक वारदात: नकली पुलिस बनकर छात्राओं को बंधक बनाया, मारपीट और 1.50 लाख की लूट

रायपुर, छत्तीसगढ़: राजधानी रायपुर के कमल विहार इलाके में एक स्तब्ध कर…